जाति प्रमाण धर्म प्रमाणपत्र मांग पर हंगामा
अग्निवीर योजना के तहत होने वाली भर्ती योजना में जाति प्रमाण / धर्म प्रमाणपत्र पत्र मांगने को लेकर बवाल मचा हुआ है. इसी बीच सेना ने आरोपों का खंडन कर कहा है की पहले की सेना भारतियो में भी जाति प्रमाण व धर्म प्रमाणपत्र अनिवार्य था, यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं किया गया है |
जाति प्रमाण धर्म प्रमाणपत्र मांगने पर सवाल
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और अन्य सभी विपक्षी सांसदों ने वास्तव में मोदी प्रशासन और अग्निपथ कार्यक्रम की आलोचना की थी। संजय सिंह ने नियुक्ति प्रक्रिया से संबंधित फैसले पर अपने पोस्ट में कहा कि मोदी सरकार की दयनीय छवि देश के सामने आई है. क्या नरेंद्र मोदी मानते हैं कि पिछड़े, दलित और आदिवासी लोगों को सेना में भर्ती होने की अनुमति दी जानी चाहिए? भारत के इतिहास में पहली बार सेना की भर्ती में जाति अब एक प्रश्न है। आपको मोदी द्वारा अग्निवीर या जाटिवर बनाया जाना चाहिए।
संजय सिंह ने उठाया सबाल !
हालांकि, इन आरोपों के जवाब में बीजेपी ने कार्रवाई की. बीजेपी के सोशल मीडिया के प्रमुख अमित मालवीय ने संजय सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए दावा किया कि शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपे गए एक हलफनामे में स्पष्ट किया था।